रूस यूक्रेन युद्ध

रूस और यूक्रेन विवाद क्या है 

आज तक जितना भी युद्ध हुआ है उसमें से कोई भी युद्ध ऐसा नहीं है जो बिना कारण हुआ हो.युद्ध होने के साथ ही देश में  बहुत सारी  परेशानियों का सामना करना पड़ता है | सुरक्षा के साथ साथ आर्थिक  स्थिति पर भी बहुत ख़राब असर पड़ता है | जाहिर है कोई भी देश अपनी सुरक्षा और अर्थ नीति को ख़राब नहीं करना चाहेगा जब तक की युद्ध के अलावा और कोई उपाय नहीं रहा गया हो| रूस और यूक्रेन की युद्ध का कारण  यह भी है की आज से हजारों साल पहले से ही रूस और यूक्रेन का इत

तालिबान का इतिहास

तालिबान को तालेबान भी कहा जाता है. यह सुन्नी धर्म आधारित एक संगठन है. तालिबान का अर्थ होता है ज्ञानार्थी| तालिबान इस्लामिक कट्टरपंथ को बढ़ावा देनेवाला संगठन है जो रूढ़िवादी मान्यताओं को मानता है| इस संगठन में पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान के मदरसों में पढने वाले छात्रों को शामिल किया जाता है| तालिबान प्राचीन अवधारणाओं को मानता हैऔर बहुत ही क्रूर सजा देने के लिए जाना जाता है.

बरमूडा ट्रायंगल का रहस्य और वास्तविकता

विज्ञान ने आशातीत प्रगति की है. हर क्षेत्र में आविष्कार हुए हैं. विज्ञान ने दुनिया के कई अनसुलझे रहस्यों से पर्दा उठाया है. ऐसे ही रहस्यों में एक रहस्य है- बरमूडा ट्रायंगल. इसे डेविल ट्रायंगल भी कहा जाता है. उत्तरी अटलांटिक महासागर का पश्चिमी भाग में स्थित बरमूडा ट्रायंगल के बारे कई रहस्य बताए जाते हैं. 

तानाशाह किम जोंग उन से जुड़े तथ्य

तानाशाह एक निरंकुश शासक होता है. विश्व में कई तानाशाह हुए हैं जिसने निरंकुशता एवं क्रूरता से मानव जीवन का नुकसान किया है. चंगेज खान, हिटलर, मुसोलिनी, नेपोलियन बोनापार्ट, माओत्से तुंग, लेनिन, गद्दाफी, सद्दाम हुसैन, मुगाबे एक लंबी फेहरिस्त है तानाशाहों की. वर्तमान में उत्तर कोरिया का किम जोंग उन तानाशाह की सूची में अपना नाम दर्ज करा चुका है. प्रायः तानाशाही वंशानुगत नहीं होती है पर उत्तर कोरिया के मामले में कहानी अलग है. उत्तर कोरिया में तानाशाही की नींव किम जोंग उन के दादा किम इल संग ने रखी थी. 

अधिकांश रेंट/लीज एग्रीमेंट 11 महीने का ही क्यों बनवाया जाता है?

यदि आप अपने शहर से दूर नौकरी या व्यवसाय करने के लिए जाते हैं तो तत्काल आपको अपना घर मिले ऐसा संभव नहीं होता. ऐसी स्थिति में हम किराए के मकान ढूंढते हैं. आपने गौर किया होगा जब हम एक किरायेदार के रूप में रेंट एग्रीमेंट करवाते हैं तो इसकी अवधि 11 महीने की होती है.

भारतीय चुनाव में व्यापक वदलाव लाने वाले- टी. एन. शेषन  

टी एन शेषन- वो नाम जिसने भारतीय लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए किसी भी हद तक जाना स्वीकार किया. चुनाव सुधार के लिए जितने भी आवश्यक कदम थे सभी उठाए गए. भारत ने पहली बार एक मुख्य चुनाव आयुक्त को इतना क्रियाशील देखा था. चुनाव आयोग प्रायः नेपथ्य में काम करने वाली संस्था हुआ करती थी परन्तु टी एन शेषन ने एक मुख्य चुनाव आयुक्त के पद की गरिमा रखते हुए चुनाव को निष्पक्ष बनाये रखने के लिए कई कदम उठाए.

टी एन शेषन का जन्म 15 दिसंबर 1932 को केरल के पलक्कड़ जिले में हुआ था.

बिहार के सुशासन बाबू - नीतीश कुमार 

नीतीश कुमार का जन्म 1 मार्च 1951 को हरनौत पटना, बिहार में हुआ था. नीतीश कुमार ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और बिहार बिजली बोर्ड में शामिल भी हुए पर राजनीति को पहली पसंद माननेवाले नीतीश कुमार को नौकरी में मन नही लगा और राजनीति में चले आए. जे पी आन्दोलन में नीतीश कुमार ने सक्रिय भूमिका निभाई. लालू प्रसाद यादव एवं नीतीश कुमार जे पी आंदोलन की उपज माने जा सकते हैं. 

नीतीश कुमार 1985 में पहली बार बिहार विधानसभा का चुनाव जीते.