क्रेडिट कार्ड से तात्पर्य ऐसी सुविधा से है जो आपकी साख पर बिना नकद के वस्तु या सेवा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. भारत के प्रमुख बैंकों द्वारा क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी जाती है. कोई भी बैंक क्रेडिट कार्ड जारी करते हुए आपकी साख की गणना करती है एवं आपके साख के अनुरूप क्रेडिट कार्ड की सीमा तय होती है. हाल के दिनों में आपकी क्रेडिट स्वतः बन जाती है. CIBIL (Credit Information Bureau of India Limited) आपके क्रेडिट व्यवहार के आधार पर आपका स्कोर तय करती है जो 300 से 900 तक की होती है. ये स्कोर जितना अच्छा होगा आपकी क्रेडिट साख उतनी ही अच्छी मानी जाएगी. सामान्यतः 750 से ऊपर के स्कोर पर आपको लोन या क्रेडिट कार्ड जारी किया जाता है. क्रेडिट कार्ड को आप आसानी से इस प्रकार से समझ सकते हैं- यदि किसी बैंक ने आपको 50 हजार की राशि का क्रेडिट कार्ड जारी किया है तो इसका मतलब ये है कि सामान्य तौर पर आप नकद नहीं रहने पर भी 50 हजार तक की खरीदारी कर सकते हैं. क्रेडिट कार्ड को हिंदी में उधार पत्रक भी कहा जाता हैं. यह कार्ड डेबिट कार्ड की तरह ही होता है जो धारक को उधार में वस्तु या सेवा खरीदने की सुविधा प्रदान करता है. 

प्राचीन काल में कर्ज या उधार लेना दुःख का कारण माना जाता था वही आधुनिक काल में क्रेडिट कार्ड की सुविधा को विशेष सुविधा माना जाता है. बड़े शहरो में बैंक आसानी से क्रेडिट कार्ड जारी करते हैं पर छोटे शहरों में बैंक क्रेडिट कार्ड जारी करने से हिचकते हैं. कार्ड जारी करने वाला बैंक वस्तु, सेवा के साथ नकद की सुविधा भी देते हैं. 

क्रेडिट कार्ड के कई फायदे हैं पर इसके नुकसान भी हैं. आइए जानते हैं क्रेडिट कार्ड के फायदे एवं नुकसान के बारे में:

क्रेडिट कार्ड के फायदे  

  • हाल के दिनों में ऑनलाइन खरीदारी का चलन काफी बढ़ा है. भारत सरकार ने कैशलेस व्यवस्था पर काफी जोर दिया है ऐसी स्थिति में ऑनलाइन खरीदारी पर क्रेडिट कार्ड पर कैशबैक या फ्लैट डिस्काउंट जैसी सुविधा मिलती है. 

  • क्रेडिट कार्ड रहने पर किसी ख़ास समय के ऑफर के लिए आपको पैसे की आवश्यकता नहीं होती बल्कि ऑफर के समय आप खरीदारी कर फायदे में रह सकते हैं. खर्च की गई रकम को 20 से 50 दिन के अन्दर चुकाने का विकल्प मिलता है. यह समय आपने कब खरीदारी की है उसपर निर्भर करता है. 

  • क्रेडिट कार्ड का समय पर भुगतान करते रहने से आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर हो जाता है जो भविष्य में आपको लोन लेने में मददगार साबित होगा.

  • यदि आप मनोरंजन एवं हवाई यात्रा के शौक़ीन हैं तो क्रेडिट कार्ड से मूवी टिकट पर  कैशबैक, एक के साथ दूसरा फ्री, एयरपोर्ट पर लाउंज एक्सेस, मुफ्त हवाई यात्रा या कैशबैक तथा रिवॉर्ड पॉइंट मिल जाता है. 

  • क्रेडिट कार्ड में फ्रॉड की सम्भावना कम रहती है क्योंकि इस कार्ड से लेनदेन करने पर बैंक आपको उधार रकम देती है, कोई भी बैंक अपनी रकम को फ्रॉड होने से बचाने के लिए हर संभव प्रयास करती है. 

  • क्रेडिट कार्ड किस्तों पर वस्तु या सेवा मुहैया कराती है, कई बार आप अपनी जरूरत के सामान को एक बार नगद खरीदने में असमर्थ होते हैं, ऐसी स्थिति में क्रेडिट कार्ड पर एक निश्चित शुल्क देकर सामान को 3,6,9,12,18 या 24 महीने की किस्त पर वस्तु या सेवा आपको मिल जाती है. 

  • क्रेडिट कार्ड पर ऑनलाइन रिटेल स्टोर्स कैशबैक एवं डिस्काउंट की घोषणा करते हैं या कई बार नो कॉस्ट ई एम आई की सुविधा देते हैं जिसमे बिना ब्याज के आप वस्तु को खरीदते हैं एवं किस्तों में उधार चुका देते हैं. यह एक अच्छी सुविधा है.

क्रेडिट कार्ड के नुकसान 

  • क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हुए मुझे 10 वर्ष हो गए हैं फिर भी इसके हिडन चार्जेज को समझ नहीं पाया हूँ. क्रेडिट कार्ड के नियम एवं शर्तों को समझना बहुत मुश्किल है. जो बैंक क्रेडिट कार्ड मुहैया कराती है वो अपने बुरे पक्ष को आपसे साझा नहीं करते एवं आम लोगो को 3 या 4 पृष्ठ के छोटे अक्षरों में लिखे हुए नियम और शर्तों को पढ़ने की फुर्सत नहीं होती. 

  • क्रेडिट कार्ड का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि यह आपके बजट को बिगाड़ देता है. अनावश्यक रूप से उधार लेने की आदत बन जाती है. यदि आपने खरीदारी यह सोच कर की है कि देय दिवस तक कहीं से आपके पास पैसा आ जाएगा और आप चुका देंगे, पर पैसों का इंतजाम नहीं होने पर देय तिथि की बाद आपसे 500, 750 या फिर सीधा 1000 का अतिरिक्त चार्ज जोड़ दिया जाएगा. लेट पेमेंट चार्जेज सभी क्रेडिट कार्डों पर अलग-अलग होते हैं. 

  • तय तिथि को क्रेडिट कार्ड पेमेंट नहीं करने पर दैनिक रूप से ब्याज वसूला जाता है. कई बार आप क्रेडिट कार्ड के गिरफ्त में आकर अपना बहुत सारा धन व्यर्थ ही ब्याज के रूप में बैंक को चुकाते रहेंगे एवं मूलधन भी बढ़ता जाएगा. 

  • यदि आप अच्छी नौकरी में हैं और क्रेडिट कार्ड से बहुत सारी खरीदारी सिर्फ ये सोचकर कर चुके हैं कि ई एम आई आपकी पहुँच में है तो किसी कारणवश आपकी नौकरी चली जाती है या आपकी कमाई में कुछ दिनों की रुकावट आती है तो क्रेडिट कार्ड का बिल आपकी पहुँच से दूर हो जाएगा. 

  • प्रायः सभी बैंकों ने प्राइवेट एजेंसी को रिकवरी के लिए नियुक्त किया होता है जिस से आने वाले लगातार कॉल्स से आपको मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ेगा. 

  • कभी आप ग़लती से भी भुगतान नहीं कर पाते हैं तो क्रेडिट कार्ड वाले आपकी बिलकुल नहीं सुनेंगे और लेट पेमेंट चार्ज लगायेंगे भले ही आपकी ई एम आई कितनी भी कम हो इनके चार्जेस फ्लैट रहेंगे. 

  • यदि तय तिथि से पहले आप ब्रांच में जाकर अपना ई एम आई को कैश के द्वारा भुगतान करते हैं तो क्रेडिट कार्ड प्रदाता आपसे कैश हैंडलिंग चार्ज लेते हैं. एस बी आई 199 का कैश हैंडलिंग चार्ज और 18 प्रतिशत जीएसटी जोड़कर 235 का चार्ज लगाती है. 

क्रेडिट कार्ड आपके जीवन स्तर को सुधार तो सकता है पर आपकी बजट को अनियंत्रित कर देता है. अगर आवश्यक न हो तो क्रेडिट कार्ड के बारे में बिलकुल न सोचे क्योंकि इस से जुड़ी कोई भी गलती आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है.