हर सब्जियों की रंगत और स्वाद बढ़ाने के लिए उपयोग किये जाने वाले टमाटर की कीमत बहुत ज्यादा बढ़ जाने से टमाटर ने खाने का स्वाद ही फीका कर दिया है। दिल्ली मुंबई जैसे महानगरों में टमाटर 100 से 120 रूपये प्रति किलो तक बिक रहे हैं। वहीँ देश के अन्य भागों में भी टमाटर के दाम प्रति किलो 80 से 100 हो गए हैं।

क्यों महंगा हुआ टमाटर
पिछले महीने तक जहां टमाटर 10 से 20 रूपये किलो हर जगह बिक रहे थे, वहीं अब टमाटर बहुत बढ़ गए हैं| कीमत में इतनी उछाल के पीछे कई कारण हो सकते हैं | वैसे टमाटर के महंगा होने के लिए मुख्य वजह यह बताया जा रहा है कि इस समय होने वाली अत्यधिक बारिश ने टमाटर की पैदावार को तहस नहस कर दिया है| एक तो काफी मात्रा में होने वाली बारिश साथ ही आग उगलने वाली गर्मी का भी टमाटर की मंहगाई में बहुत योगदान माना गया है| जिन हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ रही है, उस जगह टमाटर केउत्पादन में गिरावट आई है| इन परेशानियों के साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि पड़ोसी राज्यों से पर्याप्त मात्रा में टमाटर की आपूर्ति नहीं हो पा रही है|

आप भी टमाटर के इन विकल्प का उपयोग करें
टमाटर का उपयोग न केवल व्यंजनों और भोजन के स्वाद को बढ़ाते हैं बल्कि इससे खाने की रंगत में भी बहुत निखार आता है | लेकिन अभी टमाटर सोने के भाव बिक रहे हैं।आइए जानते हैं, टमाटर के मुख्य विकल्प क्या हो सकते हैं, जिनके इस्तेमाल से स्वाद और सेहत दोनों बरक़रार रखा जा सकें।

अमचूर, आंवला और अन्य खटाई -
अगर आप अपने व्यंजन में खट्टापन लाने के लिए टमाटर का उपयोग करते हैं तो इसके लिए आप अमचूर और दूसरी प्राकृतिक खटाई का इस्तेमाल कर सकते हैं| नैचुरल खटास से युक्त आंवले में विटामिन सी भी भरपूर मात्रा में होता है, आंवला भी टमाटर का एक बेहतर विकल्प है,आप आंवला को उबालकर उसका पल्प अपनी भोजन में इस्तेमाल कर सकते हैं। थोड़ी मिठास के लिए आप उसमें गुड़ भी मिला सकते हैं।। इससे आपके व्यंजनों में खट्टापन तो आएगा ही, साथ ही यह सेहतमंद भी है। प्राकृतिक खटाई में मौजूद मैग्नीशियम और कैल्शियम हड्डियों को स्ट्रौंग बनाती हैं। आप चाहे तो दही और मठा का भी उपयोग कर सकते हैं। प्राकृतिक खटाई में फ्लेवेनॉएड्स कंपाउंड पाया जाता है, जो वजन को नियंत्रित करने में सहायक माना गया है औसाथ ही यह ख़राब कोलेस्ट्रोल सहित ब्लड ग्कोलूज लेवल को भी सुधारता है। किन्तु यह ध्यान रखना चाहिए कि भोजन में खटाई की मात्रा सीमित रूप से ही हो, ये तभी फायदेमंद है।

लाल शिमला मिर्च और टमाटर का पेस्ट
अगर लाल रंगत के लिए आप महंगे टमाटर जो आपके बजट से बाहर हो गया है, का उपयोग करते हैं तो कुछ दिनों के लिए आप उसकी जगह लाल शिमला मिर्च का उपयोग कर सकते हैं। टमाटर की तरह शिमला मिर्च में लाइकोपिन नामक एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जहां तक विटामिन-सी की बात है, बता दें कि शिमला मिर्च में विटामिन-सी टमाटर से भी ज्यादा होता है।जब तक टमाटर महंगा तब तक बाजार में उपलब्ध टमाटर का पेस्ट भी आप इस्तेमाल कर सकते है। यह किसी भी अच्छे ब्रांड का लिया जा सकता है। जैसा की आपको पता हो कि , मार्केट में अभी साबुत कच्चा टमाटर महंगा हुआ है, न कि सैशे और बोतलों में बिक रहा टमाटर का पेस्ट। इसलिए मार्केट में पाए जाने वाले टोमेटो पेस्ट के इस्तेमाल से आप अपने खाने के स्वाद और जायका को नैचुरली बरक़रार रख सकते हैं।
