Mutual Fund में करते हैं इंवेस्टमेंट तो इस जानकारी को न करें इग्नोर :

 

फ्यूचर इंवेस्टमेंट के लिए तरह -तरह के कई सारे विकल्प हैं|  इन्हीं में एक विकल्प म्यूचुअल फंड का भी है| जो काफी जोखिम भरा होता है किन्तु अगर सोच समझ कर इंवेस्ट किया जाय तो यह बहुत फायदेमंद भी है| जैसा की आपको यह पता होना चाहिए कि म्यूचुअल फंड में कई इंवेस्टर्स पैसा लगाते हैं ,जो एसेट एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (AMC) के द्वारा मैनेज किया जाता है| म्यूचुअल फंड के माध्यम से  इंवेस्टर्स द्वारा यूनिट्स को ख़रीदा जाता है और इसमें बॉन्ड, शेयर मार्केट समेत कई जगहों पर पैसा इंवेस्ट किया जाता है| म्यूचुअल फंड को मैनेज करने के लिए फंड मैनेजर होते हैं| आप इसमें 500 का SIP खरीद सकते हैं| इसके द्वारा आप गोल्ड में भी इन्वेस्ट कर सकते हैं|  म्यूचुअल फंड में आप अपने सुबिधा के हिसाब से इन्वेस्ट कर सकते हैं|  इसमें आप सात दिन से लेकर 30 दिन, तीन महीने, या फिर 12 महीने के लिए भी निवेश कर सकते हैं| निवेश के बाद किसी भी तरह के जोखिम से बचने के लिए आप भलीभांति इसके विषय में जानकारी हासिल कर लें| 

 

 

छोटे समय के लिए फायदेमंद नहीं होती है एसआईपी: सबसे जरुरी बात जो आपको अवश्य पता होनी चाहिए कि छोटे समय के लिए  एसआईपी  के जरिए निवेश करना आप के  लिए फायदेमंद नहीं होगा|   कम से कम आपको तीन से पांच साल तक निवेश करना होगा, तभी बेहतर रिटर्न मिलेगा।इसका फायदा छोटे समय (तीन, छह या 12 महीने) में नहीं मिलता है।अगर छोटे समय के लिए निवेश योजना से आपको लाभ न होकर आपको नुकसान हो सकता है।

 

 

स्किम के चुनाव करते समय अपने बजट का ध्यान रखें:


 

आपको इंवेस्टमेंट के समय इस बात का ध्यान रखना है  कि आप कितना जोखिम उठा सकते हैं| आप हमेशा स्किम के चुनाव करते समय अपने बजट का ध्यान रखें| आप को इस बात का भी  ध्यान रखना जरुरी है कि आप जितनी रकम लगा रहें हैं, उसके लिए आप उस राशि को रिस्क में डाल रहें हैं, इसलिए हमेशा इंवेस्टमेंट के समय अपने क्षमता  के अनुसार ही स्कीम को चुनें| इंवेस्टमेंट के बाद आप म्यूचुअल फंड की स्कीम को जारी करने वाली कंपनी की भी पूरी जानकारी प्राप्त करें| साथ ही फंड हाउस के रिकॅार्ड की भी जांच करें|  ये कितने समय से काम कर रहा है और साथ ही इस कंपनी का और इसकी स्कीमों का पूर्व में प्रदर्शन कैसा रहा है इसकी भी जानकारी प्राप्त करना जरुरी है| 

 

 

छोटे समय के लिए फायदेमंद नहीं होती है एसआईपी: सबसे जरुरी बात जो आपको अवश्य पता होनी चाहिए कि छोटे समय के लिए  एसआईपी  के जरिए निवेश करना आप के  लिए फायदेमंद नहीं होगा|   कम से कम आपको तीन से पांच साल तक निवेश करना होगा, तभी बेहतर रिटर्न मिलेगा।इसका फायदा छोटे समय (तीन, छह या 12 महीने) में नहीं मिलता है।अगर छोटे समय के लिए निवेश योजना से आपको लाभ न होकर आपको नुकसान हो सकता है।

 

समय समय पर आप अपने म्यूचुअल फंड का परर्फोमेंस चेक करें : 

 

म्यूचुअल फंड केपुराने परर्फोमेंस के विषय में भी आप जानकारी हासिल करें | किसी भी फंड के पिछले परर्फोमेंस को चेक करना जरुरी होता है|  जब भी आप किसी स्कीम को सिलेक्ट करते हैं तब उसकी पिछली परर्फोमेंस के विषय में जरूर पता करें क्यूंकि फंड के परर्फोमेंस में उतार-चढ़ाव लगा रहता है| आपको फंड की परर्फोमेंस में निरंतरता पर ध्यान रखना होगा | कई रेटिंग एजेंसियां फंड्स को रेटिंग्स देती हैं|  इन पर आप अपने फंड्स की रेटिंग्स को चेक कर सकते हैं| 

 

छोटे समय के लिए फायदेमंद नहीं होती है एसआईपी: सबसे जरुरी बात जो आपको अवश्य पता होनी चाहिए कि छोटे समय के लिए  एसआईपी  के जरिए निवेश करना आप के  लिए फायदेमंद नहीं होगा|   कम से कम आपको तीन से पांच साल तक निवेश करना होगा, तभी बेहतर रिटर्न मिलेगा।इसका फायदा छोटे समय (तीन, छह या 12 महीने) में नहीं मिलता है।अगर छोटे समय के लिए निवेश योजना से आपको लाभ न होकर आपको नुकसान हो सकता है।

 

 

इंवेस्टमेंट से जुड़े खर्चों के बारे में जानकारी हासिल करें :

 

एंट्री और एक्जिट लोड, एसेट मैनेजमेंट चार्ज और एक्सपेंस रेश्यो जैसे खर्चों के बारे में  फंड में निवेश करने से पहले अवश्य देखना चाहिए| आपको यह ध्यान रखना है कि  फंड का एक्सपेंस रेश्यो 1.5 प्रतिशत से ज्यादा न हो ,अगर एक्सपेंस रेश्यो 1.5 प्रतिशत से ज्यादा तो इसमें इंवेस्टमेंट नहीं करना चाहिए | 

यह तो सभी मानते हैं कि  म्यूचुअल फंड आज के समय में सबसे बेहतर विकल्प माना गया है, लेकिन निवेश करने से पहले लोगों को कई तरह की सावधानियां रखना भी बहुत जरूरी हैं। यह इसलिए क्योंकि इससे आपका पैसा भी नहीं डूबेगा और लंबे समय में आपको अच्छा फायदा भी होगा।

 

छोटे समय के लिए फायदेमंद नहीं होती है एसआईपी: सबसे जरुरी बात जो आपको अवश्य पता होनी चाहिए कि छोटे समय के लिए  एसआईपी  के जरिए निवेश करना आप के  लिए फायदेमंद नहीं होगा|   कम से कम आपको तीन से पांच साल तक निवेश करना होगा, तभी बेहतर रिटर्न मिलेगा।इसका फायदा छोटे समय (तीन, छह या 12 महीने) में नहीं मिलता है।अगर छोटे समय के लिए निवेश योजना से आपको लाभ न होकर आपको नुकसान हो सकता है।

 

 

छोटे समय के लिए फायदेमंद नहीं होती है एसआईपी:

सबसे जरुरी बात जो आपको अवश्य पता होनी चाहिए कि छोटे समय के लिए  एसआईपी  के जरिए निवेश करना आप के  लिए फायदेमंद नहीं होगा| 

 कम से कम आपको तीन से पांच साल तक निवेश करना होगा, तभी बेहतर रिटर्न मिलेगा।इसका फायदा छोटे समय (तीन, छह या 12 महीने) में नहीं मिलता है।अगर छोटे समय के लिए निवेश योजना से आपको लाभ न होकर आपको नुकसान हो सकता है। 

 

 

छोटे समय के लिए फायदेमंद नहीं होती है एसआईपी: सबसे जरुरी बात जो आपको अवश्य पता होनी चाहिए कि छोटे समय के लिए  एसआईपी  के जरिए निवेश करना आप के  लिए फायदेमंद नहीं होगा|   कम से कम आपको तीन से पांच साल तक निवेश करना होगा, तभी बेहतर रिटर्न मिलेगा।इसका फायदा छोटे समय (तीन, छह या 12 महीने) में नहीं मिलता है।अगर छोटे समय के लिए निवेश योजना से आपको लाभ न होकर आपको नुकसान हो सकता है।