अगर आप भी शाकाहारी हैं तो इन  बातों का ध्यान रखें| 

 

आजकल मांसाहार को अनुचित करार दिया जाने लगा है| हर कोई शाकाहार को तवज्जो देने लगा है ,ऐसा तर्क दिया जाता है कि हरी सब्जियां फल और दाल हमारे शरीर की हर जरुरी पोषक तत्वों को पूरा करने के लिए काफी है जबकि यूके में एक शोध के बाद एक ऐसी स्टडी सामने आई है जिसमें यह बताया गया है कि शाकाहारी लोगों की तुलना में जो लोग मांसाहारी हैं वे ज्यादा फिट होते हैं|इस स्टडी के अनुसार जो महिलाएं शाकाहारी होती हैं उनको उम्र के एक पड़ाव के बाद हड्डियों से जुडी हुई कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है| 

अगर आप भी शाकाहारी खाने के महत्व को मांसाहारी से ज्यादा सही मानते हैं तो इस लेख के माध्यम से आपको यह बताया जा रहा है कि आप को अपने खाने में कुछ ख़ास चीजों को शामिल करना होगा| 

 

आजकल मांसाहार को अनुचित करार दिया जाने लगा है| हर कोई शाकाहार को तवज्जो देने लगा है ,ऐसा तर्क दिया जाता है कि हरी सब्जियां फल और दाल हमारे शरीर की हर जरुरी पोषक तत्वों को पूरा करने के लिए काफी है जबकि यूके में एक शोध के बाद एक ऐसी स्टडी सामने आई है जिसमें यह बताया गया है कि शाकाहारी लोगों की तुलना में जो लोग मांसाहारी हैं वे ज्यादा फिट होते हैं|इस स्टडी के अनुसार जो महिलाएं शाकाहारी होती हैं उनको उम्र के एक पड़ाव के बाद हड्डियों से जुडी हुई कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है|  अगर आप भी शाकाहारी खाने के महत्व को मांसाहारी से ज्यादा सही मानते हैं तो इस लेख के माध्यम से आपको यह बताया जा रहा है कि आप को अपने खाने में कुछ ख़ास चीजों को शामिल करना होगा|

 

 

शाकाहारियों को अपने सही वजन को बनाए रखने के लिए कैल्शियम और विटामिन डी का सेवन करना अनिवार्य है| कैल्शियम और विटामिन डी को महत्वपूर्ण प्रोटीन माना जाता है| ऐसा पाया गया है कि  कम प्रोटीन का सेवन और कम विटामिन डी का सेवन भी हिप फ्रैक्चर का एक बड़ा खतरा उत्पन्न करता है| आपकी हड्डियों की मजबूती के लिए प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन डी, विटामिन बी 12 समेत कई पोषक तत्वों की जरूरत होती है| 

 

बढ़ जाता है हड्डी टूटने का खतरा, इसके पीछे कई हैं वजहें: 

 

स्वस्थ रहने के लिए आज कल लोग शाकाहारी डाइट को अपना रहे हैं|

 

 

डॉ. जेम्स वेबस्टर जो लीड्स विश्वविद्यालय के शोधकर्ता हैं , ने कहा है कि अगर आप शाकाहारी हैं तो आप को अपनी डाइट हमेशा सही  समय पर  लेनी होगी और साथ ही अपने खाने में ऐसे पोषक तत्व को शामिल करना होगा , जिनसे स्वस्थ रहा जा सकें| वैसे तो  शाकाहारी खाना को मांसाहारी खाने से ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है क्योंकि ये कई प्रकार की बीमारियाँ जैसे मधुमेह, मोटापा, दिल की समस्याओं और कैंसर की दिक्कतों को दूर कर सकता है लेकिन बीएमसी मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया कि बेल्संड डाइट के हिसाब से ही लोगों को खाना चाहिए|  ऐसा पाया गया है कि लगभग 90% हिप फ्रैक्चर उन लोगों को होते हैं जो ज्यादा बूढ़े होते हैं, या ज्यादा कमजोर होते हैं या फिर जिनकी हड्डियां कमजोर होती हैं| मांस-मछली का सेवन नहीं करने वाली महिलाओं को हिप फ्रेक्चर का खतरा ज्यादा पाया जाता है|वैसे तो  हिप फ्रेक्चर के लिए कई अन्य कारक भी जिम्मेदार पाए गए हैं जिनमें स्मोकिंग और उम्र को भी एक मुख्य वजह माना गया है| 

 

बढ़ जाता है हड्डी टूटने का खतरा, इसके पीछे कई हैं वजहें:

 

 

फ्रैक्चर कई और भी  बीमारियों को बढ़ा सकता हैं जिससे हड्डियां खराब होने का खतरा बढ़ जाता है|  शोधकर्ताओं ने इस बात का अनुमान भी लगाया है कि मांस खाने वालों की तुलना में शाकाहारियों का वजन ज्यादा कम होता है और इसके अलावा शाकाहारी लोगों में कम वसा भी पाया जाता है| जो यह साबित करता है कि  शाकाहारियों को ऐसे खाने को अपनाना चाहिए जिसमें  ज्यादा आयरन और विटामिन बी 12 हो और इस बात का ध्यान भी रखना चाहिए कि क्या उन्हें नट्स, फलियों और बीन्स से पर्याप्त मात्रा मे  प्रोटीन मिल रहा है| 

 

 

आपकी हड्डियों की मजबूती के लिए प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन डी, विटामिन बी 12 समेत कई पोषक तत्वों की जरूरत होती है|

 

 

अगर आप भी अपनी हड्डी और मांसपेशियों की ताकत के प्रति चिंतित हैं तो आप आहार के साथ-साथ कुछ विशेष बातों का ध्यान रखें ये  ऐसे कारक  हैं जो  हिप फ्रैक्चर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है , जैसे धूम्रपान न करना और अत्यधिक शराब के सेवन से बचना, साथ ही आप  नियमित रूप से व्यायाम भी अवश्य करें। प्रतिरोध व्यायाम (जैसे भारोत्तोलन) विशेष रूप से फायदेमंद माना जाता है क्योंकि यह हड्डी और मांसपेशियों की ताकत बढ़ाता है।