आजकल कभी भी मौसम में बदलाव हो रहा है जब गर्मी होनी चाहिए तब बारिश आ जाती है और जब हम बारिश का इंतजार करते हैं तब भयंकर गर्मी होती है| इस वजह से सेहत पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है इस समय की गई थोड़ी सी लापरवाही और एक छोटी सी गलती से आप अपनी सेहत को खतरे में ड़ाल सकते हैं| कभी - कभी मामूली सी लगने वाली सर्दी और जुकाम का भी हमारे स्वास्थ्य पर बहुत गलत असर होता है| अगर आप भी स्वास्थ्य सम्बंधित किसी परेशानी से गुजर रहे हैं तो कई छोटी - छोटी बातों को ध्यान रखकर इनसे बचा जा सकता है|

इस बदलते मौसम में आप अपना ख़ास ख्याल रखे|
बदलते मौसम में अपनी सेहत को ठीक रखने के लिए आप मौसमी फलों के रस का सेवन करें इससे हमारे शरीर को बिमारियों से लड़ने की ताकत मिलती है साथ ही आप छाछ, लस्सी एवं ड्राई फ्रूट्स का भी सेवन करें। किन्तु अगर आपको किसी भी कारण से ड्राई फ्रूट्स खाने कि मनाही है या आप दूध या उससे बने प्रोडक्ट नहीं खा सकते हैं तो उनकी जगह सेहतमंद भोजन को अपने खान पान में शामिल करें|
सुबह और शाम की ठंडक से बचने के लिए आप पूरी बाजू के कपड़ों का चयन करें आप इस बात का ध्यान रखें कि आप गर्म कपड़ों को इस समय जरूर पहनें। अभी हमें बदलते मौसम के तेवर के साथ साथ कोरोनावायरस का खतरा भी है और भले ही वैक्सीन इस समय लगाई जा रही है चुकी है लेकिन फिर भी मास्क का अवश्य उपयोग करें|

बदलते मौसम से होने वाले परेशानियों से आपको ग्रीन टी भी बचा सकती है| ग्रीन टी एक लोकप्रिय पेय है जिसे अब दुनिया ने अपने पेय पदार्थ में शामिल कर लिया है | यह सदियों से अपने कई स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है, यह मुख्य रूप से हृदय रोग और कैंसर के जोखिम को कम करने का काम करता है , साथ ही यह मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार भी करता है और इसका उपयोग करके वजन भी नियंत्रित रखा जा सकता है|
इन बदलते मौसम में क्या खाना है यह जितनी जरुरी है उस से ज्यादा महत्व इस बात का है कि क्या नहीं खाना है :

इन बदलते मौसम में हम बहुत जल्दी वायरल फीवर, सर्दी-खांसी, पाचन से जुड़ी मुश्किलें जैसी आम समस्याओं के चपेट में आ जाते हैं | यही कारण है कि बदलते मौसम के दौरान खाने-पीने की कुछ खाजों चीजों से परहेज करना बहुत ही जरुरी माना गया है|
- ठंडे खाद्य पदार्थ - मौसम में बदलाव के दौरान हम सलाद और स्मूदी जैसे ठंडे खाद्य पदार्थों का सेवन करने लगते हैं किन्तु इनका सेवन हमारे पाचन तंत्र के लिए मुश्किल उत्पन्न कर सकता है| इसके पीछे यह कारण है कि ठंडे खाद्य पदार्थ पेट को सिकोड़ देते हैं, जिससे शरीर के लिए भोजन को ठीक से पचाना मुश्किल हो जाता है| जो हमारे अपच, सूजन और पाचन संबंधी अन्य समस्याओं का कारण माना गया है|
- मसालेदार भोजन - मसालेदार भोजन का सेवन ठंड के मौसम में हमारे शरीर को गर्म करने में मदद करते हैं किन्तु कुछ लोगों के लिए यह समस्या भी उत्पन्न कर सकते हैं| लेकिन जब मौसम में बदलाव आता है तो मसालेदार भोजन पेट की परत को परेशान कर सकता है, जिससे परिणाम से बेचैनी और पेट में गर्मी भी हो सकती है| इसके अतिरिक्त, मसालेदार भोजन शरीर से पसीने का कारण बन सकता है, जिससे बदलते मौसम में निर्जलीकरण की समस्या उत्पन्न हो सकता है|
- डेयरी उत्पाद - वैसे तो दूध, पनीर और दही जैसे डेयरी उत्पाद हमारे शरीर में ऊर्जा उत्पन्न करते हैं किन्तु साथ ही ये डेयरी उत्पाद शरीर में बलगम पैदा करने के लिए जाने जाते हैं, जो इसबदलते हुए मौसम में कई प्रकार की समस्या पैदा कर सकते हैं| जैसे-जैसे तापमान गिरता है और हवा सूखती जाती है, साइनस और गले में बलगम जमा होने के कारण सांस लेने में कठिनाई होती है| साथ ही डेयरी उत्पाद भारी होता है जिसे इन मौसम में पचाना मुश्किल होता है , जिससे असुविधा और पाचन संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं|

- प्रोसेस्ड फूड - चिप्स, कैंडी और अन्य पैकेज्ड स्नैक्स में अक्सर चीनी, नमक और अस्वास्थ्यकर वसा की मात्रा अधिक होती है इसे ही प्रोसेस्ड फूड कहा जाता है यह मौसम परिवर्तन के दौरान, विशेष रूप से समस्या का करण हो सकते हैं इससे शरीर में सूजन पैदा कर सकते हैंजो कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण सकती हैं, जिनमें जोड़ों का दर्द, थकान और पाचन संबंधी समस्याएं शामिल हैं|
मौसम परिवर्तन के दौरान हम कुछ स्वादिस्ट खाना चाहते हैं किन्तु , इन खाद्य पदार्थों के हमारे स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में ध्यान रखना बहुत ही जरुरी है| आप भी ठंडे खाद्य पदार्थ, मसालेदार भोजन, डेयरी उत्पाद, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, कैफीन और शराब से परहेज करके इस समय के मौसम परिवर्तन के दौरान अपने शरीर को स्वस्थ और मजबूत रहने में मदद कर सकते हैं| आप इसके बजाय, सूप, स्टॉज और भुनी हुई सब्जियों जैसे गर्म, पौष्टिक खाद्य पदार्थों का विकल्प चुनें और खुद को हर प्रकार की बीमारियों से दूर रखें |