अपने बच्चों को ये महत्वपूर्ण पाठ पढ़ाने से उन्हें बेस्ट लीडर बनने में मदद मिल सकती है; हर माता-पिता को उनके बारे में पता होना चाहिए।
बच्चे न सिर्फ हमारे भविष्य हैं बल्कि वे ही हमारे देश का भी भविष्य होते हैं , इसीलिए माता पिता बचपन से ही बच्चों के स्वास्थ्य और मानसिक स्तर पर विशेष ध्यान देते हैं | कई बच्चे किसी न किसी फील्ड की जिम्मेदारी संभालेंगे इसलिए जरूरी है कि बचपन से ही बच्चों में लीडरशिप की भावना को विकसित की जाए | बच्चों के अंदर माता-पिता जितनी जल्दी लीडरशिप की क्षमता को विकसित करेगें बच्चे उतना ही अधिक लाइफ में अच्छा प्रदर्शन करेंगे | ऐसा पाया गया है की कुछ बच्चों को विरासत में ही लीडरशिप मिलती है वही कुछ को इन्हें सीखना पड़ता है| लेकिन अगर सही समय पर बच्चों को सही दिशा दी जाए तो हर बच्चा एक अच्छा लीडर साबित हो सकता है| हर बच्चा अपने माता–पिता को देखकर ही सब कुछ सीखता है ,अपने माता पिता की आदतें, तौर–तरीके, बोलचाल इत्यादि। बच्चों के लिए उनके माता–पिता ही उनके उदाहरण होते हैं, मुसीबत पड़ने पर वो उनके द्वारा बताए गए मार्गदर्शन का पालन भी करते हैं, और बच्चों को छोटी उम्र से ही यह आदत पड़ जाती है।जैसे–जैसे बच्चे बढ़ते हैं, वह अपने माता–पिता के व्यवहार और कार्यों का अनुकरण करते हैं, बच्चों के लिए उनके माता–पिता आदर्श होते हैं। उनकी बुद्धिमत्ता और आदतें भी बच्चों में जाती हैं।इसलिए माता पिता को , बच्चों को अच्छी और बुरी आदतों के बीच का अंतर समझाना और अच्छी आदतों को अपनाने के लिए कहना जरूरी होता है।
अगर आप अपने बच्चे में लीडरशिप के गुण डालना चाहते हैं तो यह जरुरी है कि वह दूसरों के नजरिया को भलीभांति समझे | जब तक वह दूसरे के नजरिए को नहीं समझेगा तब तक वह सब को साथ लेकर नहीं चल पायेगा | इसलिए जरूरी है कि बच्चों को चीजों को दूसरे के नजरिए से देखना सिखाएं |
बच्चे को पढ़ाई के बारे में समझाएं उन्हें बताएं की हमारे जीवन में पढ़ाई का क्या महत्व है । पढ़ाई करके वह किस प्रकार अपने जीवन को अच्छे से जी सकता है ,पढ़ाई के क्या-क्या लाभ हो सकते हैं, इसकी जानकारी दें। साथ ही उन्हें प्रतिभाशाली व्यक्तियों का उदाहरण दें कि किस तरह वे पढ़ाई करके आगे बढ़ें। उन्हें बताएं कि मन लगाकर पढ़ने से आगे उन्हें भी मान-सम्मान और उन्हें उनकी पहचान मिल सकती है। किन्तु आप यह ध्यान रखे कि उदाहरण देते वक्त बच्चों की अन्य लोगों से तुलना न करें, बल्कि उन्हें उनकी अलग पहचान बनाने के लिए प्रोत्साहित करें।
माता पिता को चाहिए की बच्चे को हमेशा प्रोत्साहित करें ,क्यूंकि कई बच्चों में बहुत सारी खूबी होते हुए भी हिचकिचाहट और आत्मविश्वास में कमी की वजह से दूसरों से पीछे रह जाते हैं | ऐसे में बच्चों में लीडरशिप क्वालिटी डेवलप करने के लिए जरूरी है कि बच्चों में बचपन से ही आत्मविश्वास को बढ़ावा दिया जाए | इसके लिए माता पिता अपने बच्चों को उनके द्वारा किए गए कामों पर उन्हें अवश्य प्रोत्साहित करें |
माता पिता द्वारा अपने बच्चों के किये गए प्रशंशा से बच्चे के मनोबल में वृद्धि होती है ,पढ़ाई में बच्चे के इनाम जीतने पर उनकी प्रशंसा करें। इससे वह अधिक पढ़ाई करने के लिए प्रेरित होगा। छोटी-छोटी बातों पर बच्चों की प्रशंसा करना उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। उनकी उपलब्धि छोटी हो या बड़ी, वे फर्स्ट आए या सेकेंड आए, उन्हें प्रोत्साहित करें। इसके अलावा, अगर वे किसी खेल या कार्यक्रम में न भी जीते तो उन्हें उनके प्रयास करने और भाग लेने के लिए शाबाशी दें। इससे उनका मनोबल बढ़ेगा और उन्हें आगे बढ़ने का हौसला मिलेगा।
अच्छे लीडर के साथ ही अगर आप बच्चों को स्वच्छ और व्यवस्थित बनाना चाहते हैं तो उन्हें बचपन से ही स्वच्छता जरूर सिखाएं। बच्चों के आसपास चीजों को ठीक से व्यवस्थित करके स्वच्छता सिखाना शुरू करें। जब वे चीजों को व्यवस्थित देखने के आदी हो जाएंगे, तो वे उन्हें भी उसी तरह रखना चाहेंगे। जब वे थोड़े बड़े हो जाए, तो आप उनकी सहायता कर सकते हैं और गंदगी को साफ करने और उन्हें सही तरीके से व्यवस्तित करने के लिए समय निर्धारित करें। नियमित रूप से ऐसा करने से, वह जल्द ही सीख जाएंगे और अपनी चीजों को स्वयं व्यवस्थित करने का प्रयास करेंगे।
विनम्र होना ऐसा गुण है जिसकी हर कोई प्रशंसा करता है। अपने बच्चों को लोगों का सम्मान करना सिखाएं, चाहे वे बुजुर्ग हों या उससे छोटे हों। उन्हें समझाएं कि भले ही वह किसी ऐसे व्यक्ति के सामने हो जो उन्हें पसंद नहीं है, तब भी उन्हें विनम्र और सभ्य तरीके से बात करनी चाहिए। उन्हें सभी के साथ शांत और सौहार्दपूर्ण व्यवहार करना चाहिए। ये गुण जीवन भर उनके साथ रहेंगे, और उन्हें हमेशा सम्मान की दृष्टि से देखा जाएगा। पहले अपने बच्चों के साथ सम्मान से पेश आना शुरू करें, और आप देखेंगे कि वह इस आदत को खुद ही सीख लेंगे। बच्चे जो देखते है वही करते है।ध्यान रखें कि आप अपने बच्चे के सामने कभी भी परिवार के सदस्यों के बारे में गलत बात न बोलें।
एक अच्छे लीडर में चीजों को साझा करने की भावना जरूर होनी चाहिए | बच्चों को कुछ चीज़ों का मूल्य समझ आना चाहिए, उन्हें आभारी होना सीखना चाहिए और इतना विनम्र होना चाहिए कि वे उन लोगों के साथ चीज़ों को साझा करें जो उन चीज़ों को खरीदने का सामर्थ्य नहीं रखते। उन्हें उन चीजों के बारे में भी सिखाएं जिन्हें साझा किया जा सकता है, जैसे कि भावनाएं, उमंग और कहानियां। बच्चे पहले अपने परिवार के साथ साझा करना सीखेंगे – माता–पिता, दादा–दादी, भाई–बहन, चचेरे भाई–बहन, विस्तारित परिवार के साथ और फिर अन्य लोगों के साथ। बांटने का यह आदत उसे एक बेहतर इंसान के साथ ही लीडर भी बनाएगी ।
बच्चों में लीडरशिप की भावना को विकसित करने से पहले ,बच्चे में मानवीय चेतना का विकास करें। उसे परोपकारी, दयालु, सहनशीलता, दानी, ज्ञानी, त्यागी क्षमाशील, कर्तव्यनिष्ठ, सहिष्णु व उदार बनने का पाठ पढाएं। ये ही गुण उसे पद, प्रतिष्ठा तथा लोकप्रियता दिलाएंगे