अगर आप भी किसी व्यवसाय से जुड़े हैं और आपकी अच्छी कमाई है तो टैक्सपेयर्स के लिए इनकम टैक्स रिटर्न एक्नॉलेजमेंट फॉर्म भरना काफी ज्यादा जरूरी होता है। वित्त वर्ष 2022-23 और एसेसमेंट ईयर 2023-24 के लिए नए आईटीआर फॉर्म को नोटिफाई किया गया है। हर टैक्सपेयर्स को कुछ मुख्य बातों की जानकारी जरूर होनी चाहिए। आगे आपको यह जानकारी दी जाएगी की वित्त वर्ष 2022-23 और एसेसमेंट ईयर 2023-24 के लिए नए आईटीआर फॉर्म में क्या बदलाव किए गए हैं :

  • सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स क्या है :

सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (CBDT) वित्त वर्ष 2022-23 के लिए इंडिविजुअल और बिजनेसेज़ के इनकम टैक्स रिटर्न (आईटीआर ) भरने के लिए फॉर्म नोटिफाई किए हैं। 10 फरवरी के तारीख वाले एक नोटिफिकेशन के माध्यम से ITR Form- आईटीआर -1 SAHAJ, आईटीआर -2, आईटीआर -3, आईटीआर -4 SUGAM, आईटीआर -5, आईटीआर -6, आईटीआर -V (प्रमाणीकरण फॉर्म) और (इनकम टैक्स रिटर्न एक्नॉलेजमेंट फॉर्म) आईटीआर पावती प्रपत्र जारी हुए हैं।

  • फॉर्म की अहम्  जानकारी : 

अगर आप ऐसे भारतीय नागरिक है जिनका इनकम साल में  50 लाख रुपए तक है तो आपको  फॉर्म 1 को भरना होता है। अगर आपकी कमाई 50 लाख रुपए से ज्यादा है तो फॉर्म 2 आपको भरना होगा। किन्तु बिजनेसमैन, इक्विटी अन लिमिटेड शेयर में निवेश किया हो तो आप ITR Form 3 भर सकते हैं।

  • आईटीआर फॉर्म की मुख्य बिंदु  :

आप के सुबिधा के लिए सारे अपडेटड आईटीआर फॉर्म को ऑनलाइन भी उपलब्ध किया गया है ऐसे में आप चाहे तो अपडेटड आईटीआर फॉर्म को ऑनलाइन के माध्यम से देख सकते हैं। CBDT की ओर से जारी किए गए नोटिफिकेशन के मुताबिक इस आईटीआर फॉर्म को फाइल करने की अंतिम तिथि  31जुलाई 2023 तय की गई है। हर बार इस फॉर्म को वित्त वर्ष के शुरुआत में जारी किया जाता है हालांकि इस फॉर्म को इस बार जल्दी जारी कर दिया गया है। महिलाओं के लिए कुछ विशेष छूट प्रदान किया गया है , ITR में महिलाओं को कुछ कैटेगरीज में छूट मिल सकती है | 

  • इस फॉर्म में क्या  बदलाव किया गया है जानें :

आम नागरिक की सुबिधाओं को ध्यान में रखते हुए इस बार फॉर्म में एक स्पेशल कॉलम भी दिया गया है। इस कॉलम के हिसाब से वर्चुअल डिजिटल असेट इनकम की जानकारी देनी होगी। अगर कोई  स्टॉक मार्केट पर पैसा लगाते हैं तो उन्हें  उसकी पूरी जानकारी देनी पड़ेगी। सबसे अच्छी खबर यह है कि बड़ी संख्या में छोटे और मध्यम टैक्सपेयर्स के उपयोग वाले आईटीआर-1 और आईटीआर-4 पहले से काफी आसान कर दिया गया है |