12वीं के बाद छात्र दुविधा में होते हैं-आर्ट्स लें, विज्ञान लें, कॉमर्स लें या फिर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करें| वास्तव में सभी छात्रों का मजबूत पक्ष अलग-अलग होता है एवं उनकी रूचि भी अलग होती हैं| करियर को लेकर दुविधा तब और बढ़ जाती है जब युवाओं के मार्गदर्शन के लिए कोई नहीं होता| बड़े शहरो में करियर काउंसलर होते हैं जो करियर से जुड़ी बातें छात्रों को बताते हैं पर छोटे शहरों में ऐसी व्यवस्था नहीं होती है| शिक्षक, घर के बड़े, पूर्व के सफल विद्यार्थी आदि मार्गदर्शन करते हैं. मार्गदर्शन में छात्रों का पक्ष एवं उनकी मजबूती जानना बहुत आवश्यक है| प्रायः हम किसी न किसी पूर्वाग्रह से ग्रसित होते हैं जो छात्रों पर थोपना चाहते हैं| करियर काउंसलर विशेषज्ञ होते हैं एवं अपना मत रखने से पहले छात्र के मजबूत पक्ष एवं उसकी पसंद का अध्ययन कर किसी नतीजे पर पहुँचते हैं| 12 वीं एक ऐसा प्लेटफार्म है जहाँ आपको तय करना होता है कि आपका करियर किस क्षेत्र में होगा| आर्ट्स, साइंस एवं वाणिज्य तीन पारंपरिक क्षेत्र हैं साथ ही कई वोकेशनल कोर्सेज भी होते है| हाल के वर्षों में कई विशेषज्ञ कोर्स भी हैं जो लीक से हटकर हैं- जैसे रेडियो जॉकी, टी टेस्टर, ग्राफिक डिजाइनर, प्रोफेशनल फोटोग्राफर, एथिकल हैकर्स, ब्लॉगर, डेटा एनालिस्ट आदि| जो परंपरागत तौर पर डॉक्टर, इंजीनियर, बैंकिंग, सिविल सर्विसेज आदि क्षेत्रों से अलग है|
करियर चुनने से पहले निम्नलिखित बातों पर ध्यान दें:
सुनिश्चित करें आपका लक्ष्य क्या है- 12वीं में छात्र मानसिक रूप से इतने तैयार अवश्य हो चुके होते हैं कि अपने शिक्षकों या सफल छात्रों की बातों एवं अपनी योग्यता का आकलन कर सकें| ऐसे में छात्रों को अपने लक्ष्य को सुनिश्चित कर लेना चाहिए| यदि आपको आपका लक्ष्य मालूम हो तो आपकी मेहनत सही दिशा में होगी एवं सफलता प्राप्त करने में सहायक होगा|
- अपनी पसंद का रखें ख़याल- आपकी पसंद से जुड़ा करियर आपको आत्मसंतुष्टि प्रदान करता है. इसलिए अपनी पसंद का ख़याल जरूर रखें| यदि आप का पसंदीदा खेल क्रिकेट है और आप क्रिकेटर ही बन जाते हैं तो आप अपने करियर से बेहद संतुष्ट रहेंगे|
- अपनी क्षमताओं का आकलन करना- यदि आप सर्जन बनना चाहते हैं एवं खून को देखकर बेहोशी आती हो तो आमतौर पर ये कहा जा सकता है कि सर्जन के रूप में आपका यह बेहतर करियर विकल्प नहीं है| डेटा एनालिस्ट बनना चाहते हैं और डेटा देखकर परेशान भी होते हैं तो यह विकल्प अच्छा नहीं है| करियर चुनने से पूर्व अपनी क्षमताओं का आकलन अवश्य करें|
- पाठ्यक्रम को समझ लें- संकाय कोई भी हो या कोर्स कोई भी चुनें पाठ्यक्रम को अच्छे से समझ लेना आवश्यक है| कोर्स को ज्वाइन करने से पहले अपने कोर्स के विषय में मौजूद सामग्रियों तथा सीनियर्स और फैकल्टी की मदद से उस विषय में विस्तृत जानकारी लेनी चाहिए| तकनीकी कोर्सेज में पढ़ाई के दौरान कौन से उपकरण इस्तेमाल में आयेंगे उसकी जानकारी जरुरी है|
- संभावनाएं- आपने जिस कोर्स का चुनाव किया है उसकी भविष्य में क्या संभावनाएं है ये जरूर जान लें| ये जानना भी आवश्यक है कि जिस कोर्स को आप करना चाह रहे हैं उसमें नौकरी की संभावना कैसी है|
बिभिन्न संकायों में करियर
विज्ञान- विज्ञान एक महत्वपूर्ण संकाय है जहाँ करियर के ढेरों विकल्प हैं| विज्ञान के साथ डॉक्टर, इंजीनियर, साइंटिस्ट, तकनीकी क्षेत्र के सरकारी जॉब आदि की संभावनाएं होती हैं| विज्ञान के साथ 12 वीं करने वाले छात्र आगे चलकर अपना संकाय बदल भी सकते हैं|
12th के बाद अगर साइंस स्ट्रीम लेना है तो स्ट्रीम दो हिस्सों में बटा होता है:
1 . PCM : Physics, Chemistry & Mathematics
12th PCM के बाद आप इन प्रमुख कोर्स का चुनाव कर सकते हैं :
बैचलर इन टेक्नोलॉजी (B.Tech)
बैचलर ऑफ साइंस (B.Sc)
NDA
बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर (B.Arch)
बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (BCA)
मर्चेंट नेवी (B.Sc. Nautical Science)
Pilot (इंडियन फ्लाइंग स्कूल्स 2-3 साल का CPL प्रोग्राम करवाती हैं)
Railway Apprentice Exam (चयन के बाद 4 साल का प्रशिक्षण)
अगर आप भी 12वीं (PCM) के बाद इंजीनियरिंग करने के विषय में सोच रहे हैं तो आपको अभी से ही JEE Main की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए, क्योंकि सभी टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज में जेईई मेन के स्कोर के आधार पर ही B.Tech में एडमिशन मिलता है|
आप अगर IIT में एडमिशन लेना चाहते है तो आपको जेईई मेन के साथ-साथ जेईई एडवांस का टेस्ट भी पास करना होगा|
2. PCB : Physics, Chemistry & Biology
आप अगर 12वीं पीसीबी के बाद जल्दी नौकरी पाना चाहते है तो आप पैरामेडिकल कोर्स कर सकते हैं| ये जॉब ओरिएंटेड कोर्स होते हैं| इसकी फीस और अवधि दोनों मुख्यत: कम होती है|
12th PCB के बाद प्रमुख कोर्स निम्नलिखित हैं आप इनपर जरूर एक नजर डालें :
बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी (MBBS)
बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS)
बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BHMS)
बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BAMS)
बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी (BUMS)
बैचलर ऑफ साइंस (B.Sc)
बीएससी इन एग्रीकल्चर
बी. फार्मा
बायोटेक्नोलॉजी
Bioinformatics
बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (BPT)
माइक्रोबायोलॉजी
जेनेटिक्स
एनवायरनमेंटल साइंस
Forensic Science
नर्सिंग
बैचलर ऑफ वेटेरिनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंड्री (B.V.Sc. & AH)
इन कोर्स में से अगर आप MBBS, BDS, BHMS या BUMS करना चाहते हैं तो आपको इन कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए NEET एग्जाम पास करना होगा| फिर नीट के स्कोर के हिसाब से आपको एडमिशन मिलेगा|
आर्ट्स- आर्ट्स संकाय को अपेक्षाकृत आसान माना जाता है| आर्ट्स के साथ भी ढेरों करियर विकल्प मौजूद हैं| मुख्य रूप से बैंकिंग, एसएससी, सिविल सर्विसेज, प्रोफेसर, शिक्षक आदि के रूप में अपना करियर बना सकते हैं|
12th के बाद आर्ट्स के स्टूडेंट निम्नलिखित कोर्स का चयन कर सकते हैं :
बैचलर ऑफ आर्ट्स (BA)
बैचलर ऑफ आर्ट्स एंड बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ (BA LLB)
बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन (BJMC)
बैचलर ऑफ एलीमेंटरी एजुकेशन (B.El.Ed)
बैचलर ऑफ सोशल वर्क (BSW)
बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (BFA)
बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट (BHM)
बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (BCA)
वाणिज्य- सामान्य तौर पर वाणिज्य के बारे में ऐसी धारणा है कि इसमें करियर विकल्प कम हैं पर ऐसा नहीं है. वर्तमान में सरकारी नौकरी के साथ-साथ प्राइवेट नौकरियों में भी वाणिज्य संकाय के लोगों की अधिक मांग है| व्यावसायिक क्षेत्रों में वाणिज्य संकाय के अभ्यर्थी प्रथम वरीयता पाते हैं|
12th के बाद कॉमर्स के स्टूडेंट निम्नलिखित कोर्स का चयन कर सकते हैं :
यहां आपको कुछ ऐसे कोर्सेस की बारे में जानकारी दी जा रही है जिन्हे आप 12वी कॉमर्स के बाद कर सकते है और अच्छे वेतन में भारत की शीर्ष कंपनियों में काम कर सकते है।
कोर्स का नाम आवश्यक प्रवेश परीक्षा औसत शुरुआती वेतन
चार्टर्ड एकाउंटेंसी कॉमन प्रोफिसिएंसी टेस्ट (CPT) 6,00,000 – 8,00,000 रूपये प्रति वर्ष
कंपनी सेक्रटरी सीएस एग्जीक्यूटिव प्रवेश परीक्षा (CSEET) 500000 – 8,00,000 रूपये प्रति वर्ष
कॉस्ट मैनेजमेंट एकाउंटेंसी सीएमए फाउंडेशन लेबल 6,00,000 – 9,00,000 रूपये प्रति वर्ष
बैचलर ऑफ़ कॉमर्स इन फाइनेंसियल मार्किट विभिन्न विश्वविद्यालय के लिए अलग – अलग प्रवेश परीक्षा है। 3,00,000 – 10,00,000 रूपये प्रति वर्ष
लॉ के क्षेत्र में- 12वीं के बाद पंचवर्षीय लॉ कोर्स एक अच्छा विकल्प है| बशर्ते यह क्षेत्र आपको पसंद है| कानूनी दांव पेंच जाने वालो के लिए सरकारी एवं प्राइवेट दोनों ही सेक्टर में लॉ के बाद पर्याप्त अवसर हैं| आजकल विद्यार्थियों के लिए वकालत भी एक बहुत अच्छा विकल्प है। इस क्षेत्र में BA LLB, LLB, LLM जैसे कोर्स के माध्यम से विद्यार्थी वकालत के क्षेत्र में खूब तरक्की कर रहे हैं|
मैनेजमेंट कोर्स- मैनेजमेंट को हमेशा एक बेहतर करियर विकल्प माना जाता रहा है| 12 वीं के बाद बीबीए कर अपने करियर को विशेष आयाम दिया जा सकता है| प्रोफेशनल कोर्सेस में पारंपरिक नौकरी से ज्यादा प्रतिस्पर्धा मिलती है पर सफलता मिलने पर स्वप्न साकार भी होते हैं|
वोकेशनल कोर्सेस- इस कोर्स में किसी भी संकाय के छात्र दाखिला ले सकते हैं| वोकेशनल कोर्स को रोजगारपरक बनाया ही गया है| वोकेशनल कोर्स में थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल भी कराया जाता है| इस कोर्स में आपको किसी क्षेत्र में विशेष शिक्षा दी जाती है ताकि आसानी से रोजगार प्राप्त कर सकें|
12वीं के साइंस, आर्ट्स तथा कॉमर्स के बाद कुछ प्रमुख बैचलर डिग्री का वर्णन नीचे किया गया है|
साइंस आर्ट्स कॉमर्स
B.Tech BA CA
B.Arch BA LLB B.Com
B.Sc BJMC CS
MBBS B.El.Ed BBA
BDS BHM CMA
12 वीं के बाद सरकारी नौकरी- बारहवीं के बाद एसएससी क्लर्क, बैंक क्लर्क, डाटा एंट्री ऑपरेटर, एयर फ़ोर्स, नेवी, थल सेना, आदि में सरकारी नौकरी प्राप्त करने के पर्याप्त अवसर होते हैं| मध्यमवर्गीय एवं निम्न आय वर्गीय परिवार के छात्रों के लिए 12 वीं के बाद यह बेहतर विकल्प है|
आप जिस क्षेत्र में ज्यादा रूचि रखते हैं उसके अनुसार ही कोर्स का चयन करें| किसी भी कोर्स को करने से पहले उस कोर्स की पूरी जानकारी जैसे कि कोर्स की मान्यता, कोर्स की फीस, कोर्स की अवधि, संस्थान की मान्यता, उस कोर्स की भविष्य में कितनी मांग होगी आदि प्राप्त करने के बाद ही कोर्स में एडमिशन लें| यह आपके भविष्य के लिए बहुत जरुरी है| माँ बाप के लिए भी यह समझना बहुत जरुरी है कि उनका बच्चा क्या क्षेत्र चुनता है, अपने पसंद के कोर्स की जिद न करें| उसके द्वारा चयन किये गए क्षेत्र की विस्तृत जानकारी एकत्रित करें और बच्चें को वही कोर्स करवाएं।